Nandan Nilekani's Monumental INR 315 Crore Donation to IIT Mumbai: Empowering Education and Innovation

SHORT BIOGRAPHY
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Nandan Nilekani Co Founder of Infosys


आईआईटी मुंबई को नंदन नीलेकणी का 315 करोड़ रुपये का स्मारकीय दान: शिक्षा और नवाचार को सशक्त बनाना-Nandan Nilekani's Monumental INR 315 Crore Donation to IIT Mumbai: Empowering Education and Innovation



नंदन नीलेकणी (Nandan Nilekani)एक प्रसिद्ध भारतीय उद्यमी, टेक्नोक्रेट और परोपकारी व्यक्ति हैं जिन्होंने देश के प्रौद्योगिकी उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इंफोसिस के सह-संस्थापक(Infosys Co-Founder) और आधार प्रणाली के मास्टरमाइंड के रूप में, नीलेकणि के दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत के डिजिटल समाधानों को अपनाने के तरीके को बदल दिया है। इस लेख में, हम नंदन नीलेकणि के जीवन और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हैं, उनकी उल्लेखनीय यात्रा और भारत के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य पर स्थायी प्रभाव पर प्रकाश डालते हैं।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा-Early Life and Education


2 जून, 1955 को बैंगलोर, भारत में जन्मे, नंदन नीलेकणि ने कम उम्र से ही प्रौद्योगिकी के लिए एक सहज जुनून प्रदर्शित किया। उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे में अपनी शिक्षा का पीछा किया, जहाँ उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। IIT बॉम्बे में नीलेकणी के प्रारंभिक वर्षों ने उनकी भविष्य की सफलता की नींव रखी, उनकी समस्या को सुलझाने की क्षमताओं का सम्मान किया और अत्याधुनिक नवाचारों के लिए एक गहरी जिज्ञासा को बढ़ावा दिया।

इन्फोसिस के सह-संस्थापक और आईटी क्रांति में अग्रणी-Co-founding Infosys and Pioneering the IT Revolution


1981 में, नीलेकणी ने, छह अन्य दूरदर्शी दिमागों के साथ, इंफोसिस की सह-स्थापना (Infosys Co-Founder)की, जो परामर्श, प्रौद्योगिकी और आउटसोर्सिंग में एक वैश्विक नेता है। सीईओ (CEO)के रूप में और बाद में सह-अध्यक्ष (Co-Chairman)के रूप में नीलेकणि के चतुर नेतृत्व के तहत, इंफोसिस ने भारत में आईटी उद्योग में क्रांति लाते हुए तेजी से वृद्धि की। उनकी रणनीतिक दृष्टि और गुणवत्ता और ग्राहक-केंद्रितता पर जोर ने इंफोसिस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया, इसे वैश्विक प्रौद्योगिकी परिदृश्य में अग्रणी के रूप में स्थापित किया।

आधार प्रणाली के वास्तुकार-Architect of the Aadhaar System



नंदन नीलेकणी का भारत के डिजिटल परिवर्तन में सबसे उल्लेखनीय योगदान आधार प्रणाली है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के अध्यक्ष के रूप में, नीलेकणि ने इस अभूतपूर्व पहल की परिकल्पना करने और इसे लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आधार, एक 12-अंकीय विशिष्ट पहचान संख्या, ने कल्याणकारी सेवाओं के निर्बाध वितरण, वित्तीय समावेशन में वृद्धि, और सुव्यवस्थित सरकारी प्रक्रियाओं को सक्षम किया है, जिससे लाखों भारतीयों को लाभ हुआ है।

डिजिटल इंडिया और परे के लिए वकालत-Advocacy for Digital India and Beyond


सामाजिक प्रगति के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए निलेकणि की अटूट प्रतिबद्धता इंफोसिस और यूआईडीएआई (UIDAI)में उनकी उपलब्धियों से परे है। वह डिजिटल इंडिया (Digital India)के मुखर हिमायती रहे हैं, सामाजिक-आर्थिक विभाजन को पाटने और नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग का समर्थन करते रहे हैं। नीलेकणि की अंतर्दृष्टि और मार्गदर्शन देश में उद्यमशीलता, नवाचार और समावेशी विकास को बढ़ावा देने वाली नीतियों को आकार देने में सहायक रहे हैं।

परोपकार और सामाजिक प्रभाव-Philanthropy and Social Impact


परोपकार के लिए नंदन नीलेकणि का समर्पण सामाजिक चुनौतियों को दूर करने के उद्देश्य से विभिन्न पहलों में उनकी भागीदारी के माध्यम से स्पष्ट है। अपनी पत्नी रोहिणी नीलेकणि(Rohini Nilekani) के साथ, उन्होंने एकस्टेप फाउंडेशन(EkStep Foundation) की स्थापना की, जो वंचित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर केंद्रित है। अपनी नींव के माध्यम से, निलेकणी सक्रिय रूप से नवीन समाधानों का समर्थन करते हैं जो शिक्षा को बदलने और सीखने के परिणामों में सुधार करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हैं।

नंदन नीलेकणि ने 2023 में IIT बॉम्बे को 315 करोड़ रुपये का दान दिया: शिक्षा को सशक्त बनाना और भविष्य को बदलना-Nandan Nilekani Donates 315 Crore INR to IIT Bombay in 2023: Empowering Education and Transforming Futures

दूरदर्शी उद्यमी और परोपकारी नंदन नीलेकणि ने 2023 में शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने उदारतापूर्वक अपने अल्मा मेटर, IIT बॉम्बे (IIT BOMBAY) को 315 करोड़ रुपये की चौंका देने वाली राशि दान की। निलेकणि की इस पर्याप्त वित्तीय सहायता का निस्संदेह संस्थान पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ेगा, जिससे इसे अपने शैक्षणिक कार्यक्रमों, अनुसंधान पहलों और बुनियादी ढांचे को और बढ़ाने की अनुमति मिलेगी। नीलेकणि का परोपकारी भाव भारत में शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र के पोषण और नवप्रवर्तकों और प्रौद्योगिकीविदों की भावी पीढ़ियों के विकास को बढ़ावा देने के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।


नंदन नीलेकणि की नेट वर्थ-Nandan Nilekani's Net Worth


फोर्ब्स की 2023 की वास्तविक समय की गणना के अनुसार, प्रसिद्ध भारतीय उद्यमी और प्रौद्योगिकी दूरदर्शी, नंदन नीलेकणि ने $2.6 बिलियन की चौंका देने वाली संपत्ति अर्जित की है, जो 21,400 करोड़ रुपये से अधिक के बराबर है। नीलेकणि की उल्लेखनीय वित्तीय सफलता उनके असाधारण होने का एक वसीयतनामा है। 

निष्कर्ष-Conclusion


इंफोसिस के सह-संस्थापक से लेकर आधार प्रणाली के वास्तुकार तक नंदन नीलेकणि की उल्लेखनीय यात्रा उनकी अदम्य भावना, नवीन मानसिकता और सकारात्मक बदलाव लाने की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और प्रौद्योगिकी परिदृश्य में योगदान ने न केवल भारत को बदल दिया है बल्कि उद्यमियों और टेक्नोक्रेट की एक पीढ़ी को भी प्रेरित किया है। नंदन नीलेकणि की विरासत भारत के डिजिटल भविष्य को आकार देना जारी रखेगी और आने वाले वर्षों में समावेशी विकास को बढ़ावा देगी।




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